उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गन्ना उत्पादन से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए कड़ी मेहनत शुरू की है। गन्ना किसानों को फसल की उपज बढ़ाने के लिए हर संभव सुविधा दी जा रही है। अब किसानों को उन्नत गुणवत्ता के गन्ने के बीज प्राप्त करने के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने एक ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली शुरू की है, जिसके माध्यम से किसान घर बैठे उच्च गुणवत्ता के बीज प्राप्त कर सकते हैं। इस कदम से गन्ने की उत्पादकता में वृद्धि होगी और किसान अधिक क्षेत्र में गन्ना बो सकेंगे।
ऑनलाइन बुकिंग से गन्ने के बीज वितरण की व्यवस्था
उत्तर प्रदेश देश में गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां किसान बड़े पैमाने पर गन्ना उगाते हैं। किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने एक ऑनलाइन प्रणाली शुरू की है। किसान अब https://enquiry.caneup.in/ पर जाकर गन्ने के बीज घर बैठे बुक कर सकते हैं। इस सुविधा से किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज प्राप्त करने में आसानी होगी। राज्य के शुगरकेन रिसर्च सेंटर, जैसे शाहजहांपुर सहित अन्य केंद्र, बेहतरीन गुणवत्ता के गन्ने के बीज तैयार कर रहे हैं।
पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर बीज वितरण
सरकार ने बीज वितरण को पारदर्शी बनाने के लिए पहले आओ, पहले पाओ की नीति अपनाई है। गन्ना विकास मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने बीज वितरण प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने के निर्देश दिए हैं। अब किसान “स्मार्ट गन्ना किसान (SGK)” ऐप या वेबसाइट के माध्यम से बीज बुक कर सकते हैं। इस प्रणाली से किसान बिना किसी परेशानी के अपनी जरूरत के अनुसार बीज आरक्षित कर सकते हैं।
गन्ने के बीज कैसे बुक करें?
डीसीओ डॉ. आर.डी. द्विवेदी के अनुसार, किसान स्मार्ट गन्ना किसान ऐप या आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर बीज बुक कर सकते हैं। प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:
- वेबसाइट पर जाकर किसान को कैप्चा कोड भरना होगा।
- आवेदन फॉर्म भरकर आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक खाता विवरण, गांव का नाम, गन्ना अनुसंधान केंद्र का स्थान, गन्ने की किस्म, और गन्ने की कली की संख्या आदि जानकारी देनी होगी।
- आवेदन जमा करने के बाद किसान का बीज आरक्षित हो जाएगा।
गन्ने की उत्पादकता में हुआ सुधार
उत्तर प्रदेश में लगभग 28.53 लाख हेक्टेयर भूमि पर गन्ने की खेती की जाती है। इस फसल से चीनी, गुड़ और अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं। राज्य में गन्ने की उत्पादकता में लगातार वृद्धि हो रही है। उदाहरण के लिए, 2011-12 में 59.35 टन प्रति हेक्टेयर उत्पादन हुआ, जबकि 2021-22 में यह बढ़कर 82.31 टन प्रति हेक्टेयर हो गया। इस वृद्धि से स्पष्ट है कि गन्ना उत्पादन क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
किसानों के लिए बीज की कीमत में राहत
महंगाई से जूझ रहे किसानों को राहत देने के लिए सरकार ने गन्ने के बीज की कीमत कम कर दी है। अब 13235 किस्म के ब्रीडर बीज 1275 रुपये के बजाय 850 रुपये प्रति क्विंटल में उपलब्ध हैं। अन्य विशिष्ट किस्मों के बीज भी 1700 रुपये के बजाय 850 रुपये प्रति क्विंटल में दिए जा रहे हैं। इससे किसान अपने बजट में अधिक गन्ना बो सकेंगे और राज्य में गन्ना उत्पादन क्षेत्र बढ़ेगा।
निष्कर्ष
सरकार की यह नई पहल गन्ना किसानों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली के माध्यम से किसान अब आसानी से उन्नत बीज प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उनकी उपज बढ़ेगी और आय में सुधार होगा। किसानों को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए अपनी बुकिंग जल्द से जल्द करनी चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कौन से गन्ने के बीज उपलब्ध हैं?
सरकार और गन्ना विभाग द्वारा प्रमाणित बीज उपलब्ध कराए जाते हैं, जैसे:
- CO-0238
- CO-0118
- CO-86032
- अन्य क्षेत्रीय रूप से अनुकूलित किस्में।
यह जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
गन्ने के बीज ऑनलाइन बुक करने के लिए कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?
- किसान का गन्ना पंजीकरण नंबर।
- आधार कार्ड।
- भूमि अभिलेख (खतौनी)।
- मोबाइल नंबर।
क्या गन्ने के बीज बुक करने के लिए कोई शुल्क देना होगा?
हां, अगर कोई शुल्क लागू है, तो उसका भुगतान ऑनलाइन पोर्टल पर किया जा सकता है। सब्सिडी वाले बीजों पर कम शुल्क लिया जा सकता है।
गन्ने के बीज का परिवहन किस तरह से किया जाएगा?
- यानी किसान अपने नजदीकी वितरण केंद्र या गन्ना समिति कार्यालय से गन्ना बीज ले जाएगा।
- मोबाइल डिवाइस या वेब पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध जानकारी में गन्ने के बीज की उपलब्धता और वितरण के बारे में डेटा शामिल होगा।