उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में गन्ना किसानों की बड़ी संख्या है।
गन्ना देश की सबसे महत्वपूर्ण फसलों में से एक है, जो लाखों किसानों की आय का प्रमुख स्रोत है। सरकार ने गन्ना किसानों की मदद के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। जल्द ही गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन से भी मुलाकात की है और गन्ना किसानों को राहत देने के लिए काम कर रहे हैं। गन्ना किसानों को सरकार की ओर से जल्दी ही मूल्य वृद्धि का तोहफा मिलने की उम्मीद है।
किसानों को कितना होगा फायदा?

गन्ने की कीमत बढ़ाने के साथ-साथ सरकार किसानों को अन्य लाभ देने की योजना भी बना रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि किसानों को उनकी फसल का भुगतान समय पर मिले। उन्होंने चीनी मिल मालिकों को चेतावनी दी है कि गन्ना किसानों का भुगतान कभी भी लंबित नहीं होना चाहिए। इसके अलावा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों को उनके पूरे पैसे सही समय पर मिलें।
सीएम ने यह भी कहा है कि गन्ना किसानों को मुफ्त बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही निजी और ग्रामीण ट्यूबवेल के फीडरों का बंटवारा किया जाएगा, और दो महीने के भीतर किसानों के बिजली बिल पूरी तरह माफ कर दिए जाएंगे। इसके अलावा किसानों को अत्यधिक बिजली बिल और राजस्व संबंधी समस्याओं से राहत देने के लिए हर गांव में चौपाल लगाई जाएगी और राजस्व गड़बड़ी को सही किया जाएगा।
गन्ने की कीमतों में कितनी होगी बढ़ोतरी?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव से पहले किसानों की उपज की कीमतें बढ़ाने पर काम कर रहे हैं। पिछले दो सालों में गन्ने की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। पिछली बार वित्तीय वर्ष 2021-2023 में गन्ने की कीमतों में प्रति क्विंटल ₹25 की बढ़ोतरी हुई थी। उस समय गन्ने की कीमत ₹340 से ₹350 प्रति क्विंटल कर दी गई थी।
इस बार अनुमान है कि गन्ने की कीमतों में ₹25 से ₹30 प्रति क्विंटल तक बढ़ोतरी हो सकती है। इस बढ़ोतरी के बाद गन्ने की कीमत ₹365 से ₹375 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती है।
सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली:

योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा किया है। गन्ने जैसी फसल के लिए नियमित सिंचाई की जरूरत होती है, और यह किसानों के लिए एक बड़ा खर्च बन जाता है। सरकार के इस कदम से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में करीब 45 लाख किसान गन्ने की खेती करते हैं। अगर आप सिंचाई के लिए ट्यूबवेल का उपयोग करते हैं, तो आपका बिजली खर्च खत्म हो जाएगा। यह सुविधा राज्य के हर किसान को मिलेगी।
अगर आप अपने सिंचाई ट्यूबवेल के लिए मुफ्त बिजली का लाभ लेना चाहते हैं, तो आप उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। नए बिजली कनेक्शन के लिए आप यहां क्लिक करें।
गन्ना पर्ची कैसे देखें?
गन्ना पर्ची की जांच के लिए सरकार ने डिजिटल माध्यम से सुविधाएं दी हैं। किसान गन्ना विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपनी पर्ची देख सकते हैं। इससे गन्ना आपूर्ति और भुगतान की प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी।
सरकार गन्ना किसानों को हर संभव मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी आय बढ़ाने के लिए लगातार कदम उठा रही है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या गन्ना उत्पादकों को बिजली बिल में पूरी छूट मिलेगी?
सरकारी आदेश के अनुसार, गन्ना उत्पादकों को कृषि के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बिजली पर सब्सिडी या पूरी छूट दी जा सकती है। यह छूट केवल कृषि कनेक्शन पर लागू होगी, घरेलू या व्यावसायिक कनेक्शन पर नहीं।
बिजली बिल छूट का लाभ कैसे मिलेगा?
- गन्ना उत्पादक किसानों को कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन करना होगा।
- आपके गन्ना किसान पंजीकरण संख्या और भूमि रिकॉर्ड की जानकारी की आवश्यकता हो सकती है।
- डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनी) के स्थानीय कार्यालय से संपर्क करें।
गन्ने के दाम में कितनी वृद्धि होगी?
- उत्तर प्रदेश सरकार आमतौर पर सीजन की शुरुआत में गन्ने के नए दामों की घोषणा करती है।
- गन्ने के राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) में 10-20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि होने की संभावना है।
- गन्ने के दाम की जानकारी चीनी मिल या caneup.in पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
गन्ने के दाम में वृद्धि से किसानों को क्या लाभ होगा?
गन्ने के दाम में वृद्धि:
- किसानों की आय में सीधा लाभ होगा।
- गन्ना उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
- किसानों को चीनी मिलों से बेहतर भुगतान मिलने की उम्मीद है।
बिजली बिल छूट के लिए पात्रता क्या है?
बिजली बिल छूट के लिए पात्रता इस प्रकार हो सकती है:
- किसान के पास कृषि भूमि होनी चाहिए।
- गन्ना पंजीकरण संख्या (caneup पोर्टल पर पंजीकृत)।
- वैध कृषि कनेक्शन।