गन्ने के साथ फसल लगाने से किसानों को 2023-24 में मिली कमाई में जबरदस्त बढ़ोतरी

उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान हमेशा नए तरीकों और रणनीतियों की तलाश में रहते हैं, जो उनकी आय बढ़ाने और खेती को अधिक लाभकारी बनाने में मदद कर सकें। 2023-24 के सत्र में, गन्ना किसानों ने एक नई पहल की, जिससे उनकी आय में काफी वृद्धि हुई है। इस पहल के तहत, किसानों ने गन्ने के बीच में अन्य फसलें लगाईं, जिससे उन्हें लाखों रुपए ज्यादा मिल सके।

इस लेख में हम समझेंगे कि गन्ने के साथ दूसरी फसलें लगाकर किसानों ने अपनी आय को कैसे बढ़ाया और यह तरीका भविष्य में अन्य किसानों के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है।

गन्ने के बीच में फसल क्यों लगाना फायदेमंद है?

गन्ने की खेती एक लंबी अवधि की प्रक्रिया है, जिसमें किसानों को अपनी जमीन पर गन्ना उगाने के बाद लंबा इंतजार करना पड़ता है। गन्ने की फसल 12 से 18 महीने में तैयार होती है, इस बीच किसान आमतौर पर अपनी जमीन को खाली छोड़ देते हैं। लेकिन, इस खाली जमीन का सही उपयोग करके किसानों ने नई फसलें लगाने का तरीका अपनाया।

गन्ने के बीच में फसल लगाने के फायदे निम्नलिखित हैं:

1. अतिरिक्त आय का स्रोत

गन्ने के साथ अन्य फसलें लगाने से किसानों को अतिरिक्त आय मिलती है। यह आय उन महीनों में होती है जब गन्ने की फसल तैयार नहीं होती। छोटे और मध्यवर्गीय किसान विशेष रूप से इस पद्धति का लाभ उठा सकते हैं, क्योंकि उन्हें दो फसलें एक साथ मिलती हैं।

2. जमीन का बेहतर उपयोग

गन्ने की खेती में जमीन का खाली समय लंबा होता है। इस समय को व्यर्थ न जाने देने के लिए किसान गन्ने के बीच में फसलें लगाते हैं, जैसे दलहनी फसलें, हरी मिर्च, फलियां, या तुला। इससे जमीन का बेहतर उपयोग होता है और अतिरिक्त उत्पादन मिलता है।

3. फसल विविधता

गन्ने के साथ दूसरी फसलें लगाने से खेत में विविधता आती है। इससे मिट्टी की सेहत बेहतर रहती है और यह एक स्थिर कृषि तंत्र को बढ़ावा देता है।

4. रोटेशन और किफायती कृषि

इस पद्धति से फसल रोटेशन भी होता है, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और ज्यादा उत्पादकता मिलती है। इसके अलावा, रोटेशन के कारण कीटनाशकों और उर्वरकों की जरूरत भी कम हो जाती है, जिससे लागत कम होती है।

2023-24 में गन्ने के बीच में कौन सी फसलें लगाईं?
2023-24 में गन्ने के बीच में कौन सी फसलें लगाईं?

2023-24 में गन्ने के बीच में कौन सी फसलें लगाईं?

गन्ने के बीच में जो फसलें लगाई गईं, वे किसानों के लिए अतिरिक्त आय का एक बेहतरीन स्रोत बन गईं। 2023-24 में, किसानों ने निम्नलिखित फसलें गन्ने के बीच में लगाईं:

1. दलहनी फसलें

गन्ने के बीच में दलहनी फसलें जैसे चना, मटर, अरहर, और सोयाबीन लगाई गईं। ये फसलें जल्दी तैयार होती हैं और किसानों को तुरंत लाभ देती हैं।

2. हरी मिर्च

हरी मिर्च एक और लोकप्रिय विकल्प है जो गन्ने के बीच में उगाई जाती है। यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है और बाजार में इसकी मांग हमेशा रहती है।

3. फलियां और सब्जियां

गन्ने के बीच में टमाटर, खीरा, बैंगन जैसे सब्जियां भी उगाई जाती हैं। यह फसलें पानी की कम खपत करती हैं और गन्ने के साथ अच्छी तरह से उगती हैं।

4. तिल

तिल भी एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि यह कम पानी में भी अच्छी तरह से उगता है और जल्दी तैयार होता है।

किसानों को मिली आय में वृद्धि
किसानों को मिली आय में वृद्धि

किसानों को मिली आय में वृद्धि

2023-24 में गन्ने के बीच में दूसरी फसलें लगाने से किसानों की आय में काफी वृद्धि हुई है। गन्ने की फसल का मुख्य लाभ तो होता ही है, लेकिन बीच में दूसरी फसलें लगाने से किसान अतिरिक्त आय प्राप्त कर पाए हैं। उदाहरण के लिए:

  • दलहनी फसलें और हरी मिर्च लगाने से किसानों को प्रति एकड़ लगभग 50,000 से 70,000 रुपए की अतिरिक्त आय मिली।
  • फलियां और सब्जियां जैसी फसलें किसानों के लिए एक और महत्वपूर्ण आय का स्रोत बनीं।

इससे किसानों की आय में 30% से 50% तक वृद्धि हुई, जो पहले केवल गन्ने की खेती पर निर्भर किसानों के लिए एक बड़ा लाभ साबित हुआ है।

निष्कर्ष

गन्ने के बीच में दूसरी फसलें लगाने की पद्धति ने 2023-24 में किसानों को एक नई दिशा दी है। इस पद्धति से न केवल किसानों को अतिरिक्त आय मिली, बल्कि यह उनके कृषि तंत्र को भी सुदृढ़ बनाता है। अब गन्ना किसान केवल गन्ने की खेती तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अपनी जमीन का सर्वोत्तम उपयोग कर रहे हैं।

इससे किसानों की आय में वृद्धि तो हुई ही है, साथ ही यह खेती में स्थिरता और विविधता भी लाता है। यदि यह पद्धति अन्य क्षेत्रों में भी अपनाई जाए, तो यह देशभर के किसानों के लिए एक लाभकारी योजना बन सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. गन्ने के बीच में कौन सी फसलें लगाई जा सकती हैं?

गन्ने के बीच में दलहनी फसलें, हरी मिर्च, फलियां, सब्जियां, और तिल जैसी फसलें लगाई जा सकती हैं।

2. इस पद्धति से किसानों को कितनी अतिरिक्त आय हो सकती है?

गन्ने के बीच में अन्य फसलें लगाने से किसानों को प्रति एकड़ 50,000 से 70,000 रुपए की अतिरिक्त आय मिल सकती है।

3. गन्ने के साथ कौन सी फसलें सबसे ज्यादा लाभकारी होती हैं?

दलहनी फसलें जैसे चना और मटर, और हरी मिर्च गन्ने के साथ लगाने के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी होती हैं।

4. गन्ने के बीच में फसल लगाने से मिट्टी पर क्या असर पड़ता है?

गन्ने के बीच में फसल लगाने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, और यह फसल रोटेशन में मदद करता है।

5. क्या इस पद्धति का उपयोग केवल गन्ना किसानों के लिए है?

हालांकि यह पद्धति विशेष रूप से गन्ना किसानों के लिए है, लेकिन अन्य फसल किसानों के लिए भी इसे अपनाया जा सकता है।

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